नई दिल्ली। अगर अपसे पूछा जाए कि देश में कितने लोगों को कोरोना हो चुका है? आपका उत्तर होगा 31 लाख। अगर आप इन 31 लाख लोगों में नहीं हैं तो यदि आप से पूछा जाए कि क्या आपको कोरोना हुआ है तो आपका उत्तर नहीं ही होगा। लेकिन आपके यह दोनों ही जवाब गलत भी हो सकते हैं। थायरोकेयर कंपनी ने देश के 600 शहरों में हुए एंटीबॉडी परीक्षण के नतीजों का अध्ययन करके निष्कर्ष निकाला है कि देश में 26 फीसदी यानी 35 करोड़ लोगों के शरीर में कोरोना से लड़ने वाला एंटीबॉडी मौजूद है। आपको बता दें कि शरीर में किसी भी बीमारी का एंटीबॉडी तभी बनता है, जब कोई उस बीमारी से संक्रमित हो चुका हो। इससे साफ है कि देश में 35 करोड़ लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। कोरोना के अध्ययनों से पता चला है कि भारत में बड़ी संख्या में लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं उभर रहे हैं और अनेक लोगों को एक ही दिन के लिए मामूली बुखार या जुकाम-खांसी हो रहा है। ऐसे लोग इसे बहुत ही सामान्य तरीके से लेते हैं और इसे कोरोना भी नहीं मानते हैं। इसलिए थायरोकेयर के दावे में दम नजर आ रहा है। अगर यह दावा सही है तो यह हमारे लिए अत्यंत ही राहत की भी बात है कि अब हमारी एक बड़ी आबादी में इस बीमारी से लड़ने की क्षमता मौजूद है। हम बताना चाहेंगे कि अगर किसी जगह पर 65 फीसदी लोगों को संक्रमण होता है तो वहां पर हर्ड इम्युनिटी यानी सामुदायिक प्रतिरोधकता उत्पन्न हो जाती है।